अन्य व्यक्ति के बारे में कल्पना भी नहीं कर सकती। अन्य व्यक्ति के बारे में कल्पना भी नहीं कर सकती।
वह शाम का नाश्ता बनाने के बाद आएगी। वह शाम का नाश्ता बनाने के बाद आएगी।
एक औरत का एकालाप...। एक औरत का एकालाप...।
हम लड़कों की एक हल्की आहट से, हल्के अंधेरों में औरतें खुद को महफूज़ नहीं समझती! हम लड़कों की एक हल्की आहट से, हल्के अंधेरों में औरतें खुद को महफूज़ नहीं समझती!
तो बस हमने भी आंदोलन करने की ठान ली कि सब्जियां नहीं सब्जी बिकेगी। तो बस हमने भी आंदोलन करने की ठान ली कि सब्जियां नहीं सब्जी बिकेगी।
एक तमाशा...। एक तमाशा...।